आज जैसा की हम सभ जानते हें कि हार्ट-अटैक और कैंसर यह दोनों बीमारियां विश्वभर में चर्चाओं का विषेय बनता जा रहा हैं। क्यों की इलाज का महँगा होना और उचित समय पर इलाज न होने पर यह रोग अत्याधिक घातक शिद्ध होता है।
आज पुरे विश्व में ज्यादा तार लोग दुर्भाग्यपूर्ण इन्ही बिमारियों का सामना कर रहे है। इन बीमारियों का होने का कारन सिर्फ यह हे की असंतुलित खान-पान और बीड़ी,सिगरेट और मदिरा का सेवन करना हे। इस बदलते समय में फ़ास्ट फ़ूड भी एक बड़ा कारन है। जो अत्यअधिक प्रचलन में हे लोग बर्गर,डोसा,चाउमिन और तिक्की इत्यादि को बड़े चाव से खाते है। जिसमे बासी सब्जी और सस्ते आयल का उपयोग किया जाता है। जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है।
फ्लैक्स पौधे के बीजों से बनाये तेल को फ्लैक्स सीड आयल कहते हैं। यह तेल हमारे स्वस्थ के लिए अति उत्तम माना जाता हैं, फ्लैक्स बीज को linseed भी कहते है। भारत में इसे आम जुबान में अलसी का तेल भी कहते है। इसका इतिहास ५ हजार साल से भी पुराना माना जाता है। कहते हैं, की स्वस्थ रहने के लिए पहले के लोग
आज पुरे विश्व में ज्यादा तार लोग दुर्भाग्यपूर्ण इन्ही बिमारियों का सामना कर रहे है। इन बीमारियों का होने का कारन सिर्फ यह हे की असंतुलित खान-पान और बीड़ी,सिगरेट और मदिरा का सेवन करना हे। इस बदलते समय में फ़ास्ट फ़ूड भी एक बड़ा कारन है। जो अत्यअधिक प्रचलन में हे लोग बर्गर,डोसा,चाउमिन और तिक्की इत्यादि को बड़े चाव से खाते है। जिसमे बासी सब्जी और सस्ते आयल का उपयोग किया जाता है। जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है।
फ्लैक्स पौधे के बीजों से बनाये तेल को फ्लैक्स सीड आयल कहते हैं। यह तेल हमारे स्वस्थ के लिए अति उत्तम माना जाता हैं, फ्लैक्स बीज को linseed भी कहते है। भारत में इसे आम जुबान में अलसी का तेल भी कहते है। इसका इतिहास ५ हजार साल से भी पुराना माना जाता है। कहते हैं, की स्वस्थ रहने के लिए पहले के लोग