शाही पनीर

शाही पनीर, पनीर का सबसे पुराना व्यंजन है चाहे वो शादी की पार्टी हो, शाही पनीर हमेशा से ही सबसे अहम् व्यंजन रहा है हम यह ज़रूर  लंच या डिनर मे शाही पनीर ही आर्डर करते होंगे

यह विधि हमारी रसोई में कई बार जाँची और परखी गयी है हर बार वही स्वाद के साथ डूबते हुए सूरज जैसा रंग देखकर मुँह मे पानी भर आता है

इसे बनाने के लिए अलग से किसी शाही पनीर मसाले की जरूरत नहीं है हम साधारण मसालों का प्रयोग करेंगे जो किसी भी भारतीय रसोई में आम तौर पर होते ही है

शाही पनीर के लिए:
  • 1 कप पानी
  • 1/2 कप दूध
  • 3/4 कप क्रीम या फिर दूध की मलाई
  • 1 कप प्याज़ बारीक कटा हुआ
  • 1 कप टमाटर बारीक कटा हुआ
  • 2 चम्मच मीठी टमाटर की चटनी टोमेटो केचप
  • 2 चम्मच धनिये की पत्तिया हरा धनिया
  • 4 बड़ी इलाइची 
  • 1 चम्मच हरी मिर्च बारीक कटा हुआ
  • 1 चम्मच नमक स्वादानुसार
  • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1/2 चम्मच काला नमक
  • 1.5 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच गरम मसाला
  • 3 चम्मच तेल

विधि:
अब हम बनाने की प्रक्रिया को शुरू करते है 3 बड़े चम्मच तेल को 1 मिनट के लिए तेज़ आंच पर कड़ाई मे गर्म करे अब इलाइची के बीज को निकाले और एक तरफ रख दे,

1 मिनट बाद, कटा हुआ प्याज़, इलाइची के बीज और हरी मिर्चे गर्म तेल मे डाले, अच्छी तरह मिलाए,
प्रतीक्षा करे जब तक प्याज़ का रंग गुलाबी नहीं हो जाता, चुल्हे की आंच को तेज़ रखे, इसमें 4 मिनट लगेंगे,

4 मिनट बाद, कटा हुआ टमाटर डाले और अच्छी तरह मिलाए, टमाटर को मुलायम होने तक पकने दे, इसमें भी 4 मिनट लगेंगे, जब यह प्रक्रिया खत्म हो जाए तब टमाटर और प्याज़ के मिश्रण को गर्म तेल से एक थाली मे बाहर निकाले, चुल्हे को बंद कर दे,

इस मिश्रण को ठंडा होने के लिए एक तरफ रख दे 3 मिनट के लिए, और गर्म तेल को भी एक तरफ रख दे यह तेल हम बाद मे इस्तेमाल मे लायेंगे,
जब मिश्रण ठंडा हो जाए तब इसको पीस कर मुलायम पेस्ट बना ले,

यह पक्का कर ले की इस पेस्ट मे टमाटर या फिर प्याज़ का कोई मोटा टुकड़ा न रह जाए, यह मुलायम और अच्छा पेस्ट होना चाहिए,

शाही पनीर की तरी/ग्रेवी बनाये पकाने का समय - 12 मिनट

बचे हुए तेल को गर्म करे 1 मिनट तक, और तेल डालने की जरूरत नहीं है,

1 मिनट बाद इसमें टमाटर और प्याज़ का पेस्ट डाले और तेज़ आंच पर पकाए, इसे लगातार हिलाए 1 मिनट तक,

1 मिनट बाद, इसमें टमाटर की चटनी, नमक, लाल मिर्च पाउडर, काला नमक और हल्दी पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाए,

चुल्हे की आंच को मध्यम कर दे, तब तक प्रतीक्षा करे जब तक तेल और मिश्रण अलग अलग न हो जाए, इसे लगातार हिलाए, इसमें 5 मिनट लगेंगे,

तेल कढाई की सतह पर अलग से दिखने लगेगा जब वह टमाटर प्याज के पेस्ट से अलग होगा,

5 मिनट बाद इसमें ढूध और 1 कप (1 कप = 240 मिली लीटर) पानी डाले, चुल्हे की आंच को मध्यम ही रखे और इसे 3 मिनट तक पकाए,

3 मिनट बाद, अब इसमें क्रीम और गर्म मसाला डाले, इसे 2 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाए,
शाही पनीर की तरी बिलकुल तैयार है, इसमें पनीर डालते है अब,
पनीर को तरी में मिलाये पकाने का समय - 5 मिनट

पनीर को छोटे टुकड़ो में काट लीजिये,

अब तरी में पनीर के टुकड़े डाले और अच्छी तरह मिलाए, अब इसे मध्यम आंच पर 5 मिनट तक पकाए|
जब यह प्रक्रिया खत्म हो जाए, तब चुल्हे की आंच को बंद कर दे,
अब इस पर धनिए की पत्तियां डाले और अब यह परोसने के लिए तैयार है


शाही पनीर के ऊपर हरे धनिये की पत्तियां डाले परोसने से पहले,
शाही पनीर के साथ ज्यादातर लहसुन नान, तंदूरी रोटी, या पूरी परोसी जाती है,

जीएसटी(GST)

जीएसटी  भारत के कर ढांचें में सुधार का एक बहुत बड़ा कदम है। वस्तु एंव सेवा कर एक अप्रत्यक्ष कर कानून है है। जीएसटी एक एकीकृत कर है जो वस्तुओं और सेवाओं दोनों पर लगेगा। जीएसटी लागू होने से पूरा देश,एकीकृत बाजार में तब्दील हो जाएगा और ज्यादातर अप्रत्यक्ष कर जैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सेवा कर वैट, मनोरंजन, लॉटरी टैक्स आदि जीएसटी में समाहित हो जाएंगे। इससे पूरे भारत में एक ही प्रकार का अप्रत्यक्ष कर लगेगा


भारत का वर्तमान कर ढांचा बहुत ही जटिल है। भारतीय संविधान के अनुसार मुख्य रूप से वस्तुओं की बिक्री पर कर लगाने का अधिकार राज्य सरकार और वस्तुओं के उत्पादन व सेवाओं पर कर लगाने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है।  इस कारण देश में अलग अलग तरह प्रकार के कर लागू है, जिससे देश की वर्तमान कर व्यवस्था बहुत ही जटिल है। कंपनियों और छोटे व्यवसायों के लिए विभिन्न प्रकार के कर कानूनों का पालन करना एक मुश्किल होताहै।


अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में कर-भार अंतिम उपभोक्ता को वहन करना पड़ता है, लेकिन कर का संग्रहण  व्यवसायियों द्वारा किया जाता है। व्यवसायी को ख़रीदे गए माल पर चुकाए गए कर की क्रेडिट मिलती है जिसका उपयोग वह अपने कर के भुगतान में कर सकता है। इस व्यवस्था से कर केवल मूल्य संवर्धन बिक्री – खरीद या Value Addition पर ही लगता है। व्यवसायी उपभोक्ता से कर संग्रहित करता है और उसमें से अपनी इनपुट क्रेडिट ख़रीदे गए माल पर चुकाए गए कर को घटाकर बाकी कर सरकार को जमा करवाते है।


लेकिन वर्तमान व्यवस्था में भारत में केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क व सेवा कर और राज्य सरकार द्वारा बिक्री कर लगाया जाता है।  इस कारण व्यवसायी को उत्पाद शुल्क और सेवा कर के भुगतान में बिक्री कर की इनपुट क्रेडिट (ख़रीदे गए माल पर चुकाए गए कर ) का उपयोग नहीं कर सकता और बिक्री कर के भुगतान में सेवा कर(सेवाओं पर चुकाए गए कर) और उत्पाद शुल्क (ख़रीदे गए माल पर लगे उत्पाद शुल्क) की क्रेडिट का उपयोग नहीं कर सकता।  इस कारण वर्तमान व्यवस्था में टैक्स पर टैक्स लग जाता है, जिससे वस्तुओं और सेवाओं की कीमत बढ़ जाती है ।

जीएसटी लागू होने से पूरे देश में एक ही प्रकार का अप्रत्यक्ष कर होगा जिससे व्यवसायियों को ख़रीदी गयी वस्तुओं और सेवाओं पर चुकाए गए जीएसटी की पूरी क्रेडिट मिल जाएगी जिसका उपयोग वह बेचीं गयी वस्तुओं और सेवाओं पर लगे जीएसटी के भुगतान में कर सकेगा। इससे टैक्स केवल मूल्य संवर्धन पर ही लगेगा और टैक्स पर टैक्स लगाने की व्यवस्था समाप्त होगी जिससे लागत में कमी आएगी।

जीएसटी के बाद क्या सस्ता और क्या महंगा-
ज़ीरो फ़ीसदी जिन पर नहीं लगेगा टैक्स:
  • ताज़ा दूध, खुला खाद्य अनाज, ताज़ा फल, ताज़ी सब्ज़ियां, नमक, गुड़, अंडे,खुला पनीर,चावल, पापड़, रोटी,जानवरों का चारा, कंडोम,गर्भनिरोधक दवाएं, किताबें, जलावन की लकड़ी, चूड़ियां (ग़ैर कीमती), फूल भरी झाड़ू.

इन पर लगेगा 5 फीसदी टैक्स:
  • चाय, कॉफ़ी, खाने का तेल, ब्रांडेड अनाज, सोयाबीन, सूरजमुखी के बीज, ब्रांडेड पनीर, कोयला 400 रुपये प्रति टन लेवी के साथ, केरोसीन, घरेलू उपभोग के लिए एलपीजी, काजू-किशमिश, 500 रुपए तक क़ीमत के जूते,1000 रुपए क़ीमत तक के कपड़े, ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट,ज्योमेट्री बॉक्स,कृत्रिम किडनी, हैंडपंप, लोहा, स्टील, लोहे की मिश्रधातुएं, तांबे के बर्तन, अगरबत्ती.

इन पर लगेगा 12 फीसदी टैक्स:
  • ड्राई फ्रूट्स, घी, मक्खन, नमकीन, मांस-मछली, दूध से बने ड्रिंक्स, फ़्रोज़ेन मीट, बायो गैस, मोमबत्ती, एनेस्थेटिक्स, अगरबत्ती, दंत मंजन पाउडर, चश्मे के लेंस, बच्चों की ड्रॉइंग बुक, कैलेंडर्स, एलपीजी स्टोव, नट, बोल्ट, पेंच, ट्रैक्टर, साइकल, एलईडी लाइट, खेल का सामान, आर्ट वर्क, मोबाइल फ़ोन.
इन पर लगेगा 18 फीसदी टैक्स:
  • रिफाइंड शुगर,कंडेंस्ड मिल्क,प्रिजर्व्ड सब्ज़ियां,बालों का तेल,साबुन,हेलमेट,नोटबुक,जैम, जेली,सॉस, सूप, आइसक्रीम, इंस्टैंट फूड मिक्सेस,मिनरल वॉटर,पेट्रोलियम जेली, पेट्रोलियम कोक,टॉयलेट पेपर,प्रिंटर,कंप्यूटर.
इन पर लगेगा 28 फीसदी टैक्स:

  • मोटर कार, मोटर साइकल, चॉकलेट, कोकोआ बटर, फैट्स, ऑयल, पान मसाला, फ़्रिज़, परफ़्यूम, डियोड्रेंट, मेकअप का सामान, वॉल पुट्टी, दीवार के पेंट, टूथपेस्ट, शेविंग क्रीम, आफ़्टर शेव, लिक्विड सोप, प्लास्टिक प्रोडक्ट, रबर टायर, चमड़े के बैग, मार्बल, ग्रेनाइट, प्लास्टर, माइका, टेम्पर्ड ग्लास रेज़र, डिश वॉशिंग मशीन, मैनिक्योर, पैडिक्योर सेट, पियानो, रिवॉल्वर.



Vestige Plan

हमारे सपने:
आज हर व्यक्ति का यही सपना होता है की उसके पास ढेर सारा पैसा हो दौलत हो, एक बड़ा सा आलीशान बंगला हो, लग्जरी कार हो और वो प्लेन से जिंदगी में एक बार जरूर विदेश यात्रा करे, लाइफ में समय की आजादी हो, लोगो का मन सम्मान हो और इन सबके साथ-साथ अच्छी सेहत हो.

क्यों की अगर अच्छी सेहत नहीं है, तो यह सब किसी काम के नहीं और यह सब हमारे लिए व्यर्थ हैं इन सब को ध्यान में रखकर वेस्टीज बिज़नेस की शुरुआत हुई वेस्टीज एक मात्र ऐसा बिज़नेस है जो हमें स्वस्थता के साथ-साथ यह हमारे सपनों को पूरा पूरा करता है. 


मानवीय कोशिका पोषण पद्धति:

मानव शरीर का निर्माण 63 खरब से भी अधिक कोशिका से मिलकर बना है, हमारे खराब खाने की आदत की वजह से हमारी कोशिकाओं का पोषण नहीं हो पाता और हमरा इम्यून सिस्टम/प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ जाती है और यही कारण है कि हम बीमार पड़ जाते हैं.

कोशिकाओं के बनने के बाद फिर यह ऊतक(टिश्यू) में बदलते है, ऊतक बनने के बाद यह अंग में परिवर्तित होते हैं बाद में यह अंग ही एक शरीर का रूप लेती है इस प्रकार कोशिका से शरीर बनने के इस चक्र प्रक्रिया में एक संतुलित एवं पोषक आहार की जरूरत होती है